अलवर26 मिनट पहले
प्रदेशाध्यक्ष गोविंदग सिंह डोटासरा।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश करने से पहले तैयारियों को लेकर गुरुवार को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा अलवर आए। उन्होंने मालाखेड़ा में कहा कि 2-3 महीने में फिर से राजस्थान में ED और इनकम टैक्स वाले मेहमान बनकर आने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह का यही चुनाव लड़ने का मॉडल है। इधर, कांग्रेस के राहुल गांधी सबको साथ लेकर यात्रा पर निकले हैं। इस यात्रा का पवित्र उद्देश्य है। केंद्र में मोदी सरकार के कारण डर का माहौल बना है। ईडी व इनकम टैक्स का दुरुपयोग और संवैधानिक संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है। देश की मूल समस्या महंगाई, बेरोजगारी, किसान की आमदनी बढ़ाने व शिक्षा व्यवस्था बढ़ाने पर कतई ध्यान नहीं है। पूरे देश में बेरोजगार आक्रोश रैली निकालने में लगे हैं। किसानों को 15 महीने तक आंसू निकलवाए। इन सबके खिलाफ लोकतंत्र काे मबजूत करना है, प्यार बांटना है, संवैधानिक संस्थाओं को बचाना और बेरोजगारों का बचाना है। इन सबको लेकर राहुल गांधी प्यार बांटते हुए चल रहे हैं।
अलवर के मालाखेड़ा में राहुल गांधी की सभा स्थल का मौमा देखते कांग्रेस नेता।
4 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करेंगे
डोटासरा ने कहा कि 4 दिसंबर को राहुल गांधी राजस्थान में प्रवेश करेंगे। आमजन में भी उनके आने को लेकर उत्साह है। विभिन्न विचाराधारा के लोग भी उनके साथ चलना चाहते हैं। असल में यात्रा का पवित्र उददेश्य है। अलवर में बड़ी जन सभा होगी। यह राजस्थान की गौरव की बात की है। हम सब लोग दल बल से भाग लेंगे।
प्रदेश भाजपा में आपस में मारकाट
डोटासरा ने प्रदेश भाजपा के नेताओं पर प्रहार करते हुए कहा कि इनमें आपास में मारकाट है। वसुंधराजी की फोटो नहीं लगाने के लिए निर्देश दे दिए। स्पीकर ओम बिरला के दौरे बढ़ गए हैं। उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ कहने लगे हैं कि यह उनका अंतिम अवसर हैं। अर्जुन मेघवाल अलग ही चलते हैं। सतीश पूनिया बयान देते हैं तो राजेंद्र राठौड़ का बयान देना जरूरी हो जाता है। यदि प्रदेशाध्यक्ष का बयान आ गया तो उप नेता का बयान आना जरूरी नहीं होता है। इनमें आपस में माराकाट चल रहा है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह व कलक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी बातचीत करते हुए।
4 साल में कोई मुद्दा नहीं उठा पाए
डोटासरा ने कहा कि चार साल से बीजेपी ने कोई आंदोलन नहीं किया। अब किस मुंह से जनाक्रोश रैली निकालने में लगे हैं। जनता पूछू रही हैं कि नोटबंदी क्याें की। रोजगार का क्या हुआ। ईडी इनकम टैक्स दूसरों के घरों तक क्यों आने लगी हैं। कोरोना के समय में जब सरकार ने बेहतर मैनेजमेंट किया तो बीजेपी के नेता ही कहते थे बहुत अच्छा है। अब कहते हैं जनाक्रोश है। डोटासरा के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली, मेवात विकास बोर्ड के चेयरमैन जुबेर खान, विधायक जौहरीलाल सहित काफी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे।
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