जयपुर3 घंटे पहले
सिटी पैलेस में जयपुर हिस्ट्री फेस्टिवल 2022 का समापन समारोह आयोजित हुआ।
सिटी पैलेस में जयपुर हिस्ट्री फेस्टिवल 2022 का समापन समारोह आयोजित हुआ। महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय संग्रहालय प्रन्यास और रूफटॉप की ओर से आयोजित इस चार-दिवसीय कार्यक्रम में फड़ से पढ़ मुख्य आकर्षण रहा। इस पूरे फेस्टिवल में 30 स्कूल के लगभग 7000 बच्चों ने भाग लिया। फड़ से पढ़ लर्निंग प्रोग्राम पिछले 8 महीनों से राजस्थान, दिल्ली एन सी आर, हरियाणा और मुंबई, उत्तर प्रदेश के स्कूलों में चल रहा है। सिटी पैलेस में इन चार दिनों में बच्चों ने पहली बार अपने फड़ चित्रों को दर्शकों के सामने गाने और डांस के साथ प्रस्तुत किया।
सिटी पैलेस में इन चार दिनों में बच्चों ने पहली बार अपने फड़ चित्रों को दर्शकों के सामने गाने और डांस के साथ प्रस्तुत किया।
रूफटॉप के सीईओ और फाउंडर, कार्तिक गग्गर ने बताया कि भारत की कला को आगे बढ़ाने और शिक्षा को एक नई दिशा देने के लिए फड़ से पढ़ जैसे प्रोग्राम बहुत जरूरी हैं। और इस प्रोजेक्ट में फढ़ के मास्टर आर्टिस्ट्स को भी जोड़ा गया, जो इसे और ऑथेंटिक बनाता है। खास बात ये रही कि बच्चों ने फड़ लोक कला का चित्रण तो दर्शाया ही, पर साथ ही राजस्थानी वेशभूषा, भाषा, संगीत और नृत्य को भी इस प्रोग्राम के ज़रिये समझा और लोगों तक पहुंचाया।

बच्चों ने फड़ लोक कला का चित्रण तो दर्शाया ही, पर साथ ही राजस्थानी वेशभूषा, भाषा, संगीत और नृत्य को भी इस प्रोग्राम के ज़रिये समझा और लोगों तक पहुंचाया।
कई स्कूल के बच्चों ने मारवाड़ी भाषा में गीत लिखे और रावणहत्ता जैसे वाद्ययंत्र का भी प्रयोग किया। पैलेस के सर्वतो भद्र में स्कूलों ने अपनी प्रस्तुति के बाद अपनी फढ़ पेंटिंग को लोगों के लिए डिस्प्ले कर रखा था। इस पूरे फेस्टिवल के पीछे का थीम ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ से संबंधित है, क्योंकि स्कूल के छात्रों की ओर से तैयार किए गए राजस्थानी लोक कला के फड़ महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी प्रस्तुत किए जाएंगे।

पैलेस के सर्वतो भद्र में स्कूलों ने अपनी प्रस्तुति के बाद अपनी फढ़ पेंटिंग को लोगों के लिए डिस्प्ले कर रखा था।
जयपुर हिस्ट्री फेस्टिवल का चौथा दिन भी सुन्दर प्रस्तुतियों से भरा रहा, जहां दिशा स्कूल के बच्चों ने खास कर अपने डांस से सबका मन जीत लिया। इन चार दिनों में बच्चों ने प्रार्थना और वंदना प्रस्तुत की और साथ ही डांस और बैंड परफॉरमेंस भी किए। फड़ प्रस्तुति के साथ साथ कई क्राफ्ट वर्कशॉप्स और पेडागेम्स को भी एन्जॉय किया।

फड़ प्रस्तुति के साथ साथ कई क्राफ्ट वर्कशॉप्स और पेडागेम्स को भी एन्जॉय किया।
फड़ से पढ़ प्रोग्राम को दर्शक, स्कूल के प्रिंसिपल्स और टीचर्स ने, यहां तक की सिटी पैलेस में आने वाले आगंतुकों ने भी खूब सराहा। भारत सरकार की नई एजुकेशन पालिसी 2020 को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किए गए फड़ से पढ़ प्रोग्राम के माध्यम से बच्चों को न ही सिर्फ भारत की कलाओं से रूबरू कराया जा रहा है, बल्कि उन्हें अपने पाठ्यक्रम के विषयों को सीखने का भी एक नया रास्ता मिल रहा है। आने वाले समय में फड़ से पढ़ प्रोग्राम को और भी शहरों के स्कूलों से जोड़ा जाएगा। जनवरी 2023 में सभी स्कूलों की फड़ प्रस्तुति दिल्ली में भी करवाई जाएगी।
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