जयपुरएक घंटा पहले
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राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ एंड साइंसेज (RUHS) की ओर से पिछले दिनों 1765 डॉक्टर्स की भर्ती का परीक्षा परिणाम जारी करने के बाद अब डॉक्टर्स का विरोध शुरू हो गया है। इस भर्ती में अर्जेंट टेम्प्रेरी बेस (यूटीबी) पर लगे डॉक्टर्स को बोनस अंक नहीं देने पर इन डॉक्टर्स ने विरोध शुरू कर दिया है। इसके साथ इन डॉक्टरों ने सरकार पर वादा करके मुकरने का आरोप लगाया है। इस मामले पर इन डॉक्टर्स के समूह ने कांग्रेस नेता और आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेन्द्र राठौड़ को ज्ञापन देकर सरकार से बोनस अंक देने की भी मांग की है।
विरोध कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि केन्द्र और राज्य सरकार ने ये एलान किया था कि कोविड काल में जिन भी अस्थायी डॉक्टरों ने अपनी सेवाएं दी है उनको सरकार की भर्ती में बोनस अंक दिए जाएंगे। राज्य की गहलोत सरकार ने कोविड काल में काम करने वाली जीएनएम, एएनएम, सीएचए, लैब टैक्नीशियन और आयुर्वेद डॉक्टर्स को स्थायी भर्ती में बोनस अंक दिए है।
आपको बता दें कि आरयूएचएस ने मेडिकल ऑफिसर सीधी भर्ती परीक्षा-2022 के तहत 1765 पदों पर वैकेंसी निकाली थी। पिछले साल 21 दिसंबर को ऑनलाइन ही परीक्षा ली गई। पहले यह परीक्षा 840 पदों पर होनी थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 1765 पद कर दिए थे। इसमें जनरल केटेगिरी पर 638, आर्थिक कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) पर 176, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) पर 370, अनुसूचित जाति (एससी) की 282, अनुसूचित जनजाति (एसटी) की 211, मोस्ट बैकवर्ड क्लास (एमबीसी) की 88, विशेष योग्यजन की 71 और एक्स सर्विसमैन की 88 सीटे है।
15 से 30 अंक तक बोनस देने की घोषणा
प्रभावित डॉक्टरों ने बताया कि पूरे प्रदेश में कोविड के समय 200 से ज्यादा डॉक्टरों ने यूटीबी के तहत सर्विस दी थी। इन डॉक्टरों को अनुभव के आधार पर 15 से लेकर 30 अंक तक बोनस के रूप में देने की घोषणा की गई। अब जब आरयूएचएस में भर्ती के लिए सलेक्टेड डॉक्टरों के डॉक्यूमेंट का वैरिफकेशन हो रहा है तो उसमें न तो अनुभव प्रमाण पत्र मांगा जा रहा और न ही बोनस अंक दिए जा रहे।
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