करौली2 घंटे पहले
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हिंंडौनसिटी। जिला अस्पताल में सौर ऊर्जा प्लांट को लेकर पीएमओ तथा कंपनी के लोगों की बैठक हुई ।
- शिशु एवं मातृ इकाई की अंतिम मंजिल पर लगेगा प्लांट, सौर ऊर्जा प्लांट लगने से होगी धन की बचत
शहर के राजकीय जिला अस्पताल में बिजली उपभोग के खर्च को कम करने एवं चौबीस घंटे बिजली सप्लाई किए जाने को लेकर सौर ऊर्जा प्लांट लगाए जाने की कवायद शुरु की गई है। 170 किलो वाट का सौर ऊर्जा प्लांट शिशु एवं मातृ इकाई की अंतिम मंजिल पर लगाया जा सकेगा। बुधवार को सौर ऊर्जा कंपनी के प्रतिनिधि हिंडौन आए। जिन्होंने पीएमओ डॉ. पुष्पेन्द्र गुप्ता के साथ बैठक कर सौर ऊर्जा के फायदे एवं अन्य जानकारी पर चर्चा की। अभी तक प्रति वर्ष बिजली उपभोग पर करीब 50 लाख रुपए खर्च होते हैं। सौर ऊर्जा लगने के बाद उपभोग खर्च में काफी बचत हो सकेगी। राजकीय अस्पताल के पीएमओ डॉ पुष्पेंद्र गुप्ता ने बताया कि राजकीय जिला अस्पताल में विद्युत खर्च कम करने को लेकर सौर ऊर्जा प्लांट लगाने पर विचार किया जा रहा है।
कलेक्टर अंकित कुमार सिंह के निर्देश पर लखनऊ से फिनिस सोसायटी का प्रतिनिधिनमण्डल जिला अस्पताल पहुंचा। सोसायटी के रीजनल मैनेजर नवल किशोर शर्मा, निमिशा सिन्हा ने सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए मातृ शिशु इकाई की अंतिम मंजिल के स्थान का निरीक्षण किया। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ पुष्पेंद्र गुप्ता व रीजनल मैनेजर ने बताया कि 170 किलो वाट का सोलर प्लांट जिला अस्पताल में स्थापित होगा। वर्तमान में जिला अस्पताल में प्रतिमाह 30 हजार यूनिट खर्च हो रही है। सोसायटी के अनुसार सोलर प्लांट लगने पर हानिकारण गैस का बचाव कर पर्यायवरण को भी सुरक्षित रखा जा सकता है। लखनऊ की फिनिस सोसायटी व एसबीआई कार्ड की संयुक्त पहल से यह कार्य योजना तैयार होगी। साथ ही बताया करौली मुख्यालय पर तीन सरकारी चिकित्सालय में सोलर संयंत्र स्थापित किया जाएगा। जिसमे कुल 430 किलो वाट क्षमता होगी। हिण्डौन जिला अस्पताल के ऊपरी हिस्से में 17 हजार स्कावयर मीटर क्षेत्र में संयंत्र स्थापित होगा। इस दौरान नर्सिंग अधीक्षक भगवान सहाय मीना,कम्पनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सुमित लाम्बा आदि उपस्थित रहे।
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