उदयपुर22 मिनट पहले
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा।
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा। कटारिया बोले, मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी से चिपके रहने के लिए अपने सहयोगी के लिए गद्दार शब्द का प्रयोग करता है। ऊपर वालों की नहीं सुनता। यहां वालों की भी नहीं मानता। मुख्यमंत्री ने सारे एमएलए को छूट दे रखी है कि तुम्हारी मर्जी आए जो करो। मुझे बनाए रखो। कटारिया शनिवार को एक कार्यक्रम में पहुंचे थे।
वे बोले, सीएम के गृहक्षेत्र में जुलूस में सिर कलम के नारे लगते हैं। सीएम पीएफआई को जुलूस की इजाजत देते हैं और रामनवमी पर धारा 144 लगा देते हैं। वोट की खेती पकाने के लिए इनका दिमाग खराब हो गया। नाबालिक बच्चियों से दुष्कर्म के केस बढ़ रहे हैं लॉयन ऑर्डर इनसे संभल नहीं रहा।
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा। कटारिया बोले, मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी से चिपके रहने के लिए अपने सहयोगी के लिए गद्दार शब्द का प्रयोग करता है।
राहुल पर बोले, दाढ़ी बढ़ाने से कोई संत नहीं बन जाता
कटारिया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि आजकल जो यात्रा निकल रही है। तिलक लगा लो, दाढ़ी बढ़ा लो। इससे कोई संत नहीं बन जाता। संत बनने को जीवन में बहुत कुछ खपाना पड़ता है। कन्हैया मामले में कटारिया बोले, कि कन्हैया ने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी, लेकिन उसे नहीं दी। सिर कल करने की धमकी देने वालों को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। जबकि छोटे-मोटे अपराध में तुरंत अंदर डाल देती है।
25 करोड़ रुपए से अधिक की योजना बता दे सरकार जो पूरी हुई
कटारिया ने फिर एक बार सरकार को चुनौति देते हुए कहा कि सरकार मुझे 25 करोड़ रुपए से अधिक की कोई एक योजना बता दे, जो पूरी हुई हो। केवल कागज में दौड़ रही है। बेरोजगार इस बार नौकरी नहीं मिलने से सबसे ज्यादा परेशान हुए। 8 बार पेपर आउट हुआ। संविदा कर्मी 6 से 8 हजार में काम कर रहे हैं उनको रेगुलर करने के नियम बनाकर उनके साथ छलावा किया।

उदयपुर आए केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि चार साल का जश्न मनाने से पहले उन 27 हजार महिलाओं के आंसू पोछने चाहिए
चार साल जश्न मनाने से पहले महिलाओं-बेटियों के आंसू पोंछे सरकार: गजेन्द्रसिंह
उदयपुर आए केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि चार साल का जश्न मनाने से पहले उन 27 हजार महिलाओं के आंसू पोछने चाहिए, जिनके साथ बलात्कार हुआ। सीकर गैंगवार घटना में ताराचंद की हत्या हुई उसकी बेटी के आंसू पोछने चाहिए। कर्जे के दबाव में जिन किसानों ने आत्म हत्या की, उनके आंसू पोंछे। बेरोजगारों को नौकरी क्यों नहीं दे पाई, इसका जबाव देकर जश्न मनाना चाहिए। राहुल गांधी जिस तरह सैनिकों को अपमान करते हैं देश की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।
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