चित्तौड़गढ़22 मिनट पहले
सड़क सुरक्षा अभियान में मेडिकल स्टाफ द्वारा सीआरपी पद्धति समझाते हुए।
चित्तौड़गढ़ शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान आज आरटीओ ऑफिस में पपेट शो और एक ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा गया था। ट्रेनिंग प्रोग्राम में मेडिकल स्टाफ द्वारा एक्सीडेंट्स के बाद किस तरह से लोगों की जान बचाई जा सकती है, उसके बारे में समझाया गया। इसके अलावा वहां मौजूद लोगों को गाड़ी के पार्ट्स की जानकारी दी गई और सुरक्षा किस तरह से होती है, उसके बारे में भी बताया।
अलग अलग तरह से हो रहे है प्रोग्राम
ARTO ओमप्रकाश बैरवा ने बताया कि सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान अलग-अलग तरह के कार्यक्रम रखे गए हैं, जिसमें स्कूलों में निबंध प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सुलेख प्रतियोगिता जैसे कंपटीशन रखे गए हैं। इसके जरिए हम बच्चों को भी यह समझा रहे हैं कि किस तरह से ट्रैफिक रूल्स के नियम मानने चाहिएं। गाड़ी चलाते समय किन बातों का सबसे ज्यादा ध्यान रखना चाहिए ताकि एक्सीडेंट कम से कम हो। इसके अलावा आठ ब्लैक स्पॉट चयनित कर उनका निरीक्षण कर इस सप्ताह उनको दुरुस्त करवाया जाएगा।
गाड़ियों के पार्ट्स के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारी।
मेडिकल स्टॉफ ने दी सीआरपी की ट्रेनिंग
उन्होंने बताया कि आज ऑफिस में ही ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा गया था। जहां मेडिकल स्टाफ द्वारा सीपीआर की ट्रेनिंग दी गई। लोगों को समझाया गया एक्सीडेंट के बाद किस तरह से लोगों को बचाने की कोशिश की जानी चाहिए। इसके अलावा प्रदर्शनी भी लगाई गई। वहां लगाई हुई प्रदर्शनी में गाड़ी के पार्ट्स की जानकारी दी गई और बचाव की भी जानकारी दी गई। ट्रेनिंग प्रोग्राम के अलावा एक पपेट शो रखा गया, जिसमें बहुत ही एंटरटेनमेंट के साथ एक सोशल मैसेज दिया गया। शो में पपेट द्वारा यह बताया गया कि आपकी जिंदगी कितनी इंपॉर्टेंट है। हमारी जिंदगी सिर्फ हमारे लिए ही नहीं बल्कि हमारे परिवार वालों के लिए भी बहुत ही इंपोर्टेंट है। शो के माध्यम से लोगों को जागरूक भी किया गया कि दोपहिया वाहनों का एक्सीडेंट सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में किन-किन सावधानियों को बरतना चाहिए। उन्होंने बताया कि ग्रामीण भी कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं और आगामी दिनों में नरेगा श्रमिकों को भी जागरूक किया जाएगा।
0 Comments