जोधपुर44 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
खानपान और अपनायत के लिए मशहूर जोधपुर शहर में सेवा का एक अनूठा नजारा रविवार को दिखा। यहां एक सांप की जान बचाकर जोधपुर के लोगों ने सेवा की अनूठी मिसाल पेश की है।
आमतौर पर घर या आसपास कहीं भी सांप दिखाई देता है तो लोग डर जाते हैं। कुछ लोग उसे पत्थर भी मारते हैं। खासतौर पर सांप यदि जहरीला हो तो उसके लिए खतरा और भी बढ़ जाता है, लेकिन जोधपुर के भदवासिया स्थित परिहार नगर 80 फीट रोड पर अलग ही नजारा दिखा।
यहां एक घायल कोबरा सांप लोगों को दिखाई दिया तो लोगों ने स्नेक कैचर को बुलाकर उसकी मदद करने का निश्चय किया। इसके बाद उसे स्नेक कैचर की सहायता से रेस्क्यू सेंटर लाया गया। जहां इलाज के बाद उसे जंगलों में सुरक्षित छोड़ा गया।
दरअसल भदवासिया 80 फीट रोड पर एक मकान का निर्माण कार्य चल रहा है। सुबह 10:00 बजे के करीब स्थानीय निवासी जसवंत सिंह को घायल अवस्था में कोबरा नजर आया। 5 फीट लंबा कोबरा कई जगह से घायल था। उसकी मदद के लिए तुरंत ही स्नेक कैचर एक्सपर्ट स्माइल रंगरेज को सूचना दी गई।
सूचना मिलने के तुरंत ही भाग स्माइल मौके पर पहुंचे और कोबरा को पकड़कर कायलाना रोड स्थित माचिया रेस्क्यू सेंटर लाए। यहां वन्यजीव चिकित्सा सहायक महेंद्र गहलोत ने कोबरा का इलाज किया। उसके शरीर पर कई जगह पर घाव थे। इलाज के बाद उसे माचिया के पास जंगल क्षेत्र में सुरक्षित छोड़ा गया।
स्नेक एक्सपर्ट स्माइल रंगरेज ने बताया कि कोबरा सांप की प्रजाति भारत में पाई जाती है। जोधपुर और आसपास के इलाकों में ये काफी तादाद में है। इनका जहर इतना खतरनाक होता है कि यदि यह किसी को डसले तो कुछ समय बाद तुरंत ही उसकी मौत हो जाती है। आपका पसंदीदा भोजन चूहे और छोटे पक्षी है।
माचिया सफारी पार्क के चिकित्सा सहायक महेंद्र गहलोत ने बताया कि कोबरा के शरीर पर रगड़ के निशान थे और घाव था। जिसे प्राथमिक उपचार किया गया और पेन किलर दिया गया। इसके बाद उसे स्वच्छंद विचरण के लिए रिजर्व एरिया में छोड़ दिया गया।
0 Comments