जयपुरएक घंटा पहले
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करधनी में 15 दिन पहले प्रॉपर्टी व्यवसायी विजेंद्र सिंह गुलाबबाड़ी हत्याकांड में फरार चल रहे 4 चार आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार रात को शिवदासपुरा स्थित एक किराये के फ्लैट से पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपी सागर सिंह सीकर के अजीतगढ़, जितेन्द्र सिंह नागौर के परबतसर, दुर्गेश सिंह चंद्रावत जयपुर ग्रामीण के आंधी स्थित सानकोटड़ा व शैलेन्द्र सिंह उर्फ नागर सिंह राठौड़ नागौर के नांवा स्थित उलाना के रहने वाले है। सभी आरोपी जयपुर के करधनी व झोटवाड़ा इलाके में अलग-अलग जगह पर किराये के मकानों में रहते है। डीसीपी वंदिता राणा ने बताया कि हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपी सागर सिंह व जितेन्द्र ने वारदात से पहले ही फरारी काटने लिए शहर के बाहरी इलाके में किराये से फ्लैट ले लिए थे। सागर सिंह इससे पहले भी वर्ष 2019 में महावीर मीणा हत्याकांड में भी गिरफ्तार हो चुका।गौरतलब है कि 9 नवम्बर को करधनी के निर्मल विहार में हुए विजेंद्र सिंह हत्याकांड में उनके छोटे भाई सत्येन्द्र की तरफ से दर्ज रिपोर्ट के बाद एसीपी प्रमोद स्वामी, इंस्पेक्टर हीरालाल सैनी, रविन्द्र प्रताप सिंह, घनश्याम सिंह राठौड़, हवा सिंह यादव, लिखमा राम व ग्यासुद्दीन के नेतृत्व में गठित 200 पुलिसकर्मियों की टीमें जयपुर शहर के साथ-साथ देहरादून, दिल्ली, हरियाणा, सीकर व नागौर में लगातार छापेमारी कर रही है। इस दौरान कांस्टेबल कोमल सिंह, भाग्यवर्धन, दिनेश शर्मा व राज महेन्द्र को कुछ आरोपी जयपुर में होने का इनपुट मिला था। उसके बाद लगातार काम करके जगह व फ्लैट को चिन्हित कर कार्रवाई को अंजाम दिया। इस मामले में रैकी करने वाले आरोपी बलदीप सिंह राठौड़ व विजय सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि सागर सिंह, शिवराज सिंह जुसरिया, शिवराज सिंह उर्फ शेखु, भगवान सिंह ततारपुरा, संग्राम सिंह किरडोली, अजय सिंह सिंगोद, अजय सिंह निट्टी, सुल्तान गुर्जर, दुर्गेश सिंह, जितेन्द्र हुलढाणी, नागर सिंह राठौड़, भूपेन्द्र सिंह, बलदीप सिंह, विजय सिंह, अंकित आकोदा, रविन्द्र सिंह खानड़ी व राघवेन्द्र उर्फ बंटी पिछले दो माह से लगातार विजेंद्र सिंह गुलाबबाड़ी की रैकी कर रहे थे। उसके बाद दुबारा तैयारी की और सभी लोगों को अलग-अलग टास्क देकर वारदात को अंजाम दिया। फरारी के लिए 5 जगह पर किराये से लिए फ्लैट : आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से वारदात के पहले ही विद्याधर नगर, भांकरोटा, जगतपुरा, मानसरोवर व शिवदासपुर में फ्लैट किराये पर ले लिए थे। ताकि फरारी के दौरान बार-बार लोकेशन बदल सके। इसके अलावा फरारी के दौरान फिरौती मांगने के उद्देश्य से सागर व जितेन्द्र ने कुछ व्यापारियों के नाम व नंबर चिन्हित कर रखे थे। जिन्हें फोन कर फिरौती मांगने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही पकड़े गए। आरोपी सागर सिंह के खिलाफ अलग-अलग थानों में 10, जितेन्द्र के खिलाफ 4 व दुर्गेश के खिलाफ 6 आपराधिक प्रकरण दर्ज है
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