सवाई माधोपुर6 मिनट पहले
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बाघिन रिद्धी की शारीरिक सरंचना में बदलाव।
रणथम्भौर टाइगर रिजर्व से वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक बार फिर से खुश खबरी आई है। रणथम्भौर में एक बार फिर से किलकारी गूंजी है। अबकी बार यहां बाघिन टी-124 रिद्धी ने शावकों को जन्म दिया है। बाघिन रिद्धी के शावकों को जन्म देने की खबर से फिलहाल रणथम्भौर का माहौल खुशनुमा हो गया है।
रणथम्भौर के ACF (सहायक वन संरक्षक) मानस सिंह ने बताया कि रणथम्भौर के जोन नम्बर तीन में मंगलवार को टाइगर सफारी के दौरान बाघिन को पर्यटकों ने एक शावक को ले जाता हुआ देखा है। यहां बाघिन राजबाग लेक पास दुध बाबड़ी के नाले में शावक को ले जाता हुआ दिखाई दी थी। जिसके बाद रणथम्भौर में खुशी का माहौल है। पूर्व में बाघिन की शारीरिक सरंचना में बदलाव तो दिखाई दे रहे थे, लेकिन शावक नहीं दिखाई देने से शावकों को जन्म देने की पुष्टी नहीं हुई थी।

शावक ले जाते पर्यटक का कैप्चर किया फोटो।
अब पर्यटकों के बाघिन के शावक को ले जाते हुए दिखाई देने पर शावक को जन्म देने की पुष्टि हुई है। फिलहाल बाघिन के दो शावकों को जन्म देने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन मंगलवार को बाघिन का एक शावक देखा गया है। गौरतलब है कि बाघिन टी-124 रिद्धी बाघिन ऐरोहेड़ की संतान है। जिसकी उम्र करीब साढ़े चार साल है। बाघिन रिद्धी रणथम्बौर जोन नम्बर तीन और चार में रहती है। जो पहली बार मां बनी है। रणथम्भौर में अबी 77 बाघ बाघिन और शावक है।
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