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- Mother Newborn Unit Will Open In Women’s Hospital And Janana, Along With Medicines, Treatment Of Newborn With Mother’s Magic Hug
जयपुर2 घंटे पहले
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समय से पहले जन्म लेने वाले और कम गंभीर नवजात को मां से अलग से नहीं रखा जाएगा। शिशु व जननी का एक साथ इलाज होगा। सफदरजंग अस्पताल दिल्ली की तर्ज पर महिला चिकित्सालय सांगानेरी गेट, जनाना अस्पताल चांदपोल और जेके लोन में ‘मदर न्यूबोर्न केयर यूनिट’ बनेगी। वार्ड में भर्ती जिगर के टुकड़े को समय-समय पर न केवल दुग्धपान करेगी बल्कि बच्चे को ‘जादू की झप्पी’ भी दे सकेगी। नेशनल हेल्थ मिशन की ओर से जयपुर, अजमेर, कोटा, बीकानेर, भीलवाड़ा और नागौर समेत 13 अस्पतालों में एमएनसीयू खोलने के लिए पीआईपी में स्वीकृति मिलने पर जगह चिन्हित की जा चुकी है। नए साल में जननी व शिशु को एक बड़ी सौगात मिलेगी।
इसलिए एमएनसीयू: सामान्य बीमारी जीरो से 28 दिन तक के नवजात में प्रसव के दौरान मां के कभी-कभी दूध सही मात्रा में नहीं आने के चलते बुखार, पीलिया, सुस्त पड़ना, शरीर ठंडा, दस्त अौर प्रसव के समय नवजात के पेट में गंदा पानी चले जाने, दस्त, पेशाब नहीं अाना जैसे कारणों से बच्चे को भर्ती कर मां को अलग से रखा जाता है। ऐसे में एक साथ दो-दो मोर्चों पर नर्सिंग स्टाफ को परेशान होना पड़ता है।
- केएमसी वार्ड में मां के पास बच्चों को केएमसी देकर शरीर का तापमान सामान्य रखा जा सकेगा।
- डिलीवरी के बाद मां दूध पिला सकेगी। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी, संक्रमण कम फैलेगा।
- एमएनसी यूनिट में रेडिएंट हीट वार्मर, इन्फ्यूजन पंप, फुल फॉवलेयर बेड एसएस विथ मेट्रेस एंड ऐसेसरीज, वेट मशीन, ऑक्सीजन कनेक्टर, फोटोथैरेपी एलईडी, स्लो सक्शन मशीन, एयर कंडीशनर, इमरजेंसी किट, एम्बू बैग 240 एमएल में उपलब्ध होगा।
- बच्चों की मृत्यु दर में कमी आने के साथ संक्रमण का खतरा कम होगा।
- 5 प्रसूताओ का प्रसव एक साथ अौर संक्रमण जीरो : महिला चिकित्सालय सांगानेरी गेट में पांच प्रसूताअों का प्रसव एक साथ हो सकेगा। यहां सेप्टिक लेबर रूम बनाया गया है। संक्रमण भी जीरो रहेगा। लेबर रूम में माइनर अोटी भी बनाया गया है। इसके अलावा गंभीर व रैफर होने वाले जननी के लिए 12 बेड कीआधुनिक उपकरणों से सुसज्जित आईसीयू बनाई गई है। इसके अलावा बच्चों की बेहतर देखभाल के लिए स्टाफ को भी सहूलियत होगी।
पैनल : र्डॉ.आशा वर्मा, डॉ.आर.के.गुप्ता, डॉ.सुनील गोठवाल
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