श्रीगंगानगर39 मिनट पहले
श्रीगंगानगर के गांव 23 एफ स्थित राजस्थान स्टेट गंगागनर शुगर मिल्स लिमिटेड।
प्रदेश और देश में पहचान रखने वाली दी राजस्थान स्टेट गंगानगर शुगर मिल में इस बार चीनी का प्रोडक्शन बढ़ने की उम्मीद है। पिछले साल जहां मिल ने गन्ने की कम पैदावार के चलते एक क्विंटल गन्ने से अधिकतम 11 किलो तक चीनी निकाली थी, वहीं इस बार यह तेरह किलो तक हो सकती है। इसके लिए मिल ने तैयारी शुरू कर दी है। गन्ना प्रोडक्शन का फाइनल सर्वे किया जा रहा है। अब दिसम्बर मध्य तक मिल चलने की उम्मीद की जा रही है।
मिल के बाहर लगा बोर्ड।
पिछले सालों में रहा है कम
मिल से चीनी का उत्पादन पिछले तीन वर्षों में कम रहा है। इसके पीछे एक कारण गन्ने का प्रोडक्शन कम होना भी रहा है। पिछले तीन वर्ष देखें तो इस दौरान वर्ष 2019-20 में चीनी की रिकवरी सात से नौ प्रतिशत रही। यानी एक क्विंटल गन्ने से सात से नौ किलो चीनी बनी। इसी तरह वर्ष 2020-21 में रिकवरी प्रतिशत चार से दस और वर्ष 2021-22 में यह सात से ग्यारह प्रतिशत रहा। यानी वर्ष 2020-21 में एक क्विंटल में चार से दस किलो और वर्ष 2021-22 में यह एक क्विंटल में सात से ग्यारह किलो तक चीनी प्रोडक्शन हुआ। इस बार यह प्रोडक्शन प्रति क्विंटल तेरह किलो तक रहने की उम्मीद की जा रही है। यानी चीनी की रिकवरी 13 प्रतिशत रहेगी।

मिल में लगी मशीन।
इस बार मौसम ने दिया साथ
पिछले वर्षों में जहां मौसम ने बिलकुल साथ नहीं दिया, वहीं इस बार बरसात भी समय पर हुई और नहरी पानी भी मिलने से इलाके में गन्ने की पैदावार ज्यादा हुई है। पिछले साल जहां महज साढ़े सात लाख क्विंटल गन्ना पैदा हुआ वहीं इस बार गन्ने का प्रोडक्शन पंद्रह लाख क्विंटल हुआ है।
इलाके में दो तरह के गन्ने की पैदावार
इलाके में मोढ़ी और बीजू गन्ने की पैदावार हो रही है। मोढ़ी गन्ना यानी ग्राफ्टिंग के जरिए लगाया गया गन्ना, वहीं बीजू गन्ने से आशय नए सिरे से उगाया गया गन्ना है। मिल को निर्धारित मात्रा में गन्ना खरीदना है। उसी के लिहाज से मिल खरीद भी करेगी।

मिल की पैकेजिंग यूनिट।
जीएम भवानीसिंह पंवार बताते हैं कि इस बार मौसम अच्छा रहने और गन्ने को पर्याप्त पानी मिलने से गन्ना पंद्रह लाख क्विंटल तक पैदा होगा। ऐसे में दिसम्बर मध्य तक पिराई शुरू कर मार्च तक तेरह प्रतिशत तक रिकवरी ली जा सकेगी। इस बार गन्ने की पैदावार पिछले साल के मुकाबले दोगुणा है।
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