जोधपुरएक घंटा पहले
जोधपुर सिलेंडर ब्लास्ट मामले में मृतकों के परिवार व घायलों के लिए मुआवजे व नौकरी की मांग को लेकर कलक्ट्रेट का घेराव करते हुए लोग।
शेरगढ़ के भूंगरा गांव में गैस सिलेंडर ब्लास्ट मामले में रविवार को पूरा दिन शहर जाम रहा। कलक्ट्रेट परिसर को जाने वाली सड़क पर पुलिस प्रशासन ने रास्ता जाम कर रखा था। तो वहीं अन्य सड़कों पर वाहनों का दबाव रहा। रात 10 बजे जब मांगों पर सहमति बनी तो रास्ते खुले। प्रशासन के साथ समाज के लोग व आमजन ने भी राहत की सांस ली।
कई दौर की वार्ता हुई
इस घटना में दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे के बीच करीब चार दौर की वार्ताएं हुई। अंतिम वार्ता में निर्णय हुआ। इससे पहले तीन दौर की वार्ता में राजपूत समाज के प्रतिनिधियों व प्रशासन के बीच वार्ताएं विफल हुई। इससे सड़कों पर हंगामा बढ़ता रहा। पूर्व विधायक देवीसिंह भाटी दो बार संभागीय आयुक्त कार्यालय से वार्ता को बीच में छोड़ आ गए। पहले दौर की वार्ता में बात नहीं बनी तो वे चेम्बर में ही धरने पर बैठ गए। इसके बाद वे कलक्ट्रेट के परिसर के उद्यान में बैठे रहे। कांग्रेस और भाजपा से जुड़े समाज के कई नेताओं ने अपने स्तर पर वार्ता का प्रयास किया।
इन मांगों पर बनी सहमति
– 17-17 लाख प्रत्येक मृतक परिवार को दिए जाएंगे।
– संविदा पर नौकरी के लिए जिला कलक्टर प्रस्ताव बनाकर भेजेंगे।
– मुख्यमंत्री सहायता कोष से अतिरिक्त राशि व अन्य मांगों पर बात करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व विधायक शेरगढ़ बाबूसिंह राठौड़ व बाली विधायक पुष्पेन्द्रसिंह राणावत को अलवर बुलाया है।
इस प्रकार मिलेगी सहायता राशि
– दो लाख मुख्यमंत्री सहायता कोष।
– दो लाख रुपए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष।
– दो लाख रुपए गैस कंपनियों की ओर से।
– 6 लाख रुपए गैस एजेंसियों की ओर से इंश्योरेस से।
– 5 लाख रुपए चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत दिए जाएंगे।
असंतुष्ट के मैसेज भी
इस रैली के समापन की घोषणा के बाद भी सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होते रहे। जिसमें कई युवाओं ने कहा कि वे इस पैकेज से संतुष्ट नहीं है। हालांकि समाज के दो नेताओं को सीएम ने अलवर बुलाया है, उसमें वे मुख्यमंत्री सहायता कोष की राशि में बढ़ोतरी की मांग करेंगे।
सुबह 11 बजे से मॉर्च्युरी में जुटने लगे लोग
जोधपुर सिलेंडर ब्लास्ट कांड के पीड़ितों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर मारवाड़ राजपूत सभा (सर्व समाज) के बैनर तले बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे। सुबह 11 बजे से मॉर्च्युरी में जुटने लगे। दोपहर 1 बजे रैली निकाली गई। आक्रोश रैली शहर के विभिन्न क्षेत्रों से होती हुई दोपहर करीब दो बजे कलक्ट्रेट पहुंची। वहां परिसर में एंट्री से पहले ही पुलिस ने रोक दिया। इस दौरान पुलिस से गहमागहमी भी हुई। इसके बाद लोग कलेक्ट्रेट के गेट पर ही धरने पर बैठ गए। देर रात तक लोग वहीं डटे रहे।
यह था हादसा
8 दिसंबर को जोधपुर जिले के शेरगढ़ स्थित भूंगरा गांव में सगत सिंह के बेटे सुरेंद्र सिंह की शादी का कार्यक्रम था। इसी दौरान कई सिलेंडर ब्लास्ट हो गए। इसकी चपेट में आकर 61 लोग झुलस गए थे। इनमें से 55 को महात्मा गांधी अस्पताल (MCH) में भर्ती कराया गया। हादसे में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। 11 शव रविवार तक मॉर्च्युरी में रखे थे।
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