जयपुर नगर निगम में पार्षद दूसरे दिन भी धरने पर: हेरिटेज मुख्यालय प्रदर्शन स्थल पर मिलने पहुंचे कैबिनेट मंत्री ने सात दिन का मांगा समय



जयपुरएक घंटा पहले

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पार्षद धरने पर बैठ गए। यहां मंत्रियों ने 7 दिन में कमेटियां बनाने का आश्वासन दिया।

जयपुर नगर निगम हैरिटेज में कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। धरने पर बैठे इन पार्षदों से मिलने कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और विधायक अमीन कागजी भी पहुंचे। जहां दोनों ने ही पार्षदों को 7 दिन में कमेटियां बनाने का आश्वासन दिया। खाचरियावास ने तो इतना बोल दिया कि इन कमेटियों पर पहला हक निर्दलीय पार्षदों का ही है। उन्होंने कहा कि 7 दिन के अंदर सभी विधायक एक साथ बैठकर नाम फाइनल कर देंगे और कमेटियां बना देंगे। हालांकि धरने पर बैठे पार्षदों अपनी जिद पर अड़े रहे और स्पष्ट शब्दों में कह दिया जब तक कमेटियां नहीं बनेगी, तब तक धरने से नहीं उठेंगे।

विधायकों में है नामों को लेकर टकराव
नगर निगम हेरिटेज क्षेत्र में 4 विधानसभा क्षेत्र आते है। इसमें सिविल लाइन्स और आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र से 10-10 से ज्यादा पार्षद जीतकर आए है, जबकि किशनपोल और हवामहल में 10 या उससे कम है। सिविल लाईन्स विधायक प्रताप सिंह और आदर्श नगर विधायक रफीक खान चाहते है कि कमेटियां जीते हुए पार्षदों के अनुपात में हो, जबकि अन्य दो विधायक महेश जोशी और अमीन कागजी चाहते है कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में बराबर-बराबर कमेटियां मिले। इस कारण से अब तक ये चारो विधायक कमेटियों के लिए नाम फाइनल नहीं कर पाए है।

टकराव का एक कारण ये भी
दरअसल टकराव का मूल कारण कमेटियों की संख्या को लेकर तो चल ही रहा है, बल्कि एक बड़ा कारण अच्छी कमेटियां का भी है। विधायक चाहते है कि अच्छी कमेटियां वे अपने चहेते पार्षदाें को दिलवाए। इसमें भवन निर्माण समिति, लाइसेंस समिति, वित्त समिति, सफाई समिति, लाइट और उद्यान समिति प्रमुख है। इस कारण भी अब तक न तो संख्या तय कर पाए और न ही चैयरमेन के नामों की सूची।

अतिरिक्त कमेटियों के लिए धारीवाल ने किया मना
कमेटियां की संख्या पर हुए इस विवाद को खत्म करने के लिए पिछले साथ इन विधायकों ने 21 निर्धारित कमेटियों के अलावा अतिरिक्त 7-8 समितियां बनाने का प्रस्ताव तैयार करके नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल को भिजवाया था, लेकिन धारीवाल ने इन अतिरिक्त कमेटियों को बनाने से साफ मना कर दिया। क्योंकि नगर निगम ग्रेटर में जब 21 कमेटियों के अलावा 7 अतिरिक्त कमेटियां बनी थी, तब सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए सभी कमेटियों को रद्द कर दिया था।

निर्दलीयों की बैसाखी पर कांग्रेस का बोर्ड
दरअसल हेरिटेज नगर निगम में 100 सदस्यों वाले बोर्ड में कांग्रेस के 47 सदस्य है। वहीं, जीतकर आए 11 में से 9 निर्दलीय पार्षदों ने समर्थन देते हुए कांग्रेस का बोर्ड बनाने में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा कांग्रेस का मेयर बनाने में भी इन्ही निर्दलीयों ने अहम भूमिका निभाई है। तब कांग्रेस ने इनको वादा किया था कि संचालन समितियों में सभी को प्रमुखता से जगह दी जाएगी। लेकिन अब ये पार्षद खुद काे ठगा सा महसूस कर रहे है।

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