जोधपुरएक घंटा पहले
जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी से 16.26 करोड़ की साइबर ठगी के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को उदयपुर से गिरफ्तार किया है। जोधपुर के व्यापारी को इन्वेस्टमेंट से 50 करोड़ कमाने का लालच दिया गया था।
डीसीपी अमृता दुहन ने बुधवार को बताया कि उदयपुर से गिरफ्तार एक आरोपी ने अपना बैंक अकाउंट 25 हजार रुपए किराए पर उपलब्ध करा रखा था। जिसने किराए पर बैंक अकाउंट लिया, उसे यह लालच दिया गया था कि खाते में जितना भी ट्रांजैक्शन होगा उसका 15 प्रतिशत कमीशन मिलेगा।
जोधपुर पुलिस ने दोनों आरोपियों मानव गर्ग व दीपक सोनी को मंगलवार को उदयपुर से पकड़ कर बुधवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। खाता किराए पर लेने वाले का कॉन्टैक्ट शातिर साइबर ठग से है, जो अभी 8 करोड़ की ऑनलाइन ठगी के आरोप में दिल्ली में सजा काट रहा है।
जोधपुर पुलिस की गिरफ्त में किराए पर बैंक अकाउंट देने और लेने वाले आरोपी मानव गर्ग व दीपक सोनी। दोनों को पुलिस ने उदयपुर से गिरफ्तार किया है।
डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि बैंक खातों को फ्रीज करवाकर संदिग्ध खाता धारकों व संदिग्ध ट्रांजैक्शन करने वालों की धरपकड़ की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए नाजिम अली, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त व साइबर सेल के सहायक पुलिस आयुक्त मांगीलाल राठौड़ के नेतृत्व में टीम बनाई है। उन्होंने जांच के दौरान उदयपुर के संदिग्ध खाता धारक व ठगी की वारदात को अंजाम देने के षड्यंत्र में शामिल मानव गर्ग व दीपक सोनी को उदयपुर से गिरफ्तार किया है।
डीसीपी ने बताया कि खातों को फ्रीज कर कोर्ट के माध्यम से अब तक व्यापारी अरविंद कालानी के खाते में 35 लाख रिकवर हो चुके हैं। एक करोड़ रुपए भी रिकवर प्रोसेस में हैं। आठ खातों में पैसा आगे जाने के बाद 20 खातों तक पहुंच चुका है। जांच चल रही है।

हर ट्रांजैक्शन पर 40 प्रतिशत कमीशन
जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट व्यापारी अरविंद कालानी ने उदयपुर के खाते में दो करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन किया था। पुलिस ने खाता धारक दीपक सोनी को पकड़ा तो पता चला कि उसका अकाउंट मानव गर्ग ने 25 हजार रुपए प्रति माह के हिसाब से किराए पर ले रखा है। मानव गर्ग को उस खाते में होने वाले ट्रांजैक्शन का 40 प्रतिशत मिलता था। मानव का संपर्क दिल्ली के अभिनव से था जो अभी ऑनलाइन ठगी के मामले में दिल्ली में सजा काट रहा है।
ये है मामला
पावटा ए रोड निवासी अरविंद कालानी ने 28 नवंबर को पुलिस थाना महामंदिर में ठगी की रिपोर्ट दी। रिपोर्ट में बताया कि उसका हैंडीक्राफ्ट का बिजनेस है। उसके प्रोडक्ट यूरोप, अमेरिका सहित कई देशों में हैं। इस सिलसिले में अधिकतर कस्टमर विदेशी हैं।
पीड़ित ने बताया कि 31 अक्टूबर को उसके मोबाइल पर एक मैसेज आया। मैसेज भेजने वाले ने अपना नाम व मोबाइल नम्बर इस्ला डोमिनिक (Isla Dominique) बताया। लिखा कि उनकी कम्पनी का नाम मेटा ऑप्शन (Meta Option) है। मैसेल करने वाले ने कंपनी की वेबसाइट का नाम www-metaoption-global बताया।

उसने व्यवसायी को 4 तरह की मेंबरशिप ऑफर की। ब्रॉन्ज, सिल्वर, गोल्ड और प्लैटिनम। अरविंद कालानी उसके झांसे में आ गया। उसने एक नवंबर को 2 लाख 27 हजार 790 रुपए जमा करवा कर सिल्वर क्लब की मेंबरशिप ले ली। इसके बाद ट्रेडिंग की प्रथम ट्रेड पर उसने गारंटेड लाभ के नाम पर 40/30/20 प्रतिशत कमीशन देने के लिए बोला और उसके एवज में अरविंद ने एक लाख 04 हजार 480 रुपए का भुगतान वाईएसएम एंटरप्राइजेज आईडीएफसी बैंक लिमिटेड ब्रांच आरएपुरम चेन्नई (YSM enterprises IDFC bank limited Branch RA Puram) को कर दिया।
इस तरह कुल 101 बार में एक्सिस बैंक जलजोग ब्रांच जोधपुर (Axis Bank Jaljog Branch Jodhpur) से उसने अपने व अपने भाई अमित कालानी के अकाउंट से इस्ला के बताए विभिन्न खातों में कुल 16 करोड़ 26 लाख 21 हजार 387 रुपए जमा करवा दिए। लेकिन जब पैसे वापस मांगे तो उसे वॉट्सऐप ग्रुप से निकाल दिया गया। तब अरविंद कालानी को अपने साथ हुई ठगी का पता चला और थाने में मामला दर्ज करवाया।
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जोधपुर में हैंडीक्राफ्ट बिजनेसमैन से 16 करोड 26 लाख की ऑनलाइन ठगी के मामले में पुलिस ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। बिजनेसमैन को ठगों ने 50 करोड़ के नेट प्रॉफिट का झांसा दिया था। इसी लालच में बिजनेसमैन ने एक के बाद एक 100 से ज्यादा ट्रांजैक्शन किए। जब तक उसे ठगी का एहसास हुआ तब तक उसे आरोपियों ने वॉट्सऐप पर उसे ब्लॉक कर दिया। (पूरी खबर पढ़ें)
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